माता वैष्णो देवी का तीर्थ स्थान भारत के सबसे अधिक
पूजनीय तीर्थ स्थानों में से एक है। सन् 1986 से कानून के अधिनियम
द्वारा श्राइन बोर्ड को इस तीर्थ स्थान की व्यवस्था और विकास की
जिम्मेदारी दी गई। सभी प्रकार की भेंटों और दान को बोर्ड के पास जमा
करवाया जाता है जिसमें से बोर्ड इसे भक्तों और तीर्थ स्थान के आस पास
रहने वाले स्थानीय निवासियों के लिए कई प्रकार के मानवतावादी और विकास
कार्यों पर खर्च करता है।
श्राइन बोर्ड की उपलब्धियां
माता वैष्णो देवी का तीर्थ स्थान भारत के सबसे अधिक पूजनीय तीर्थ
स्थानों में से एक है। सन् 1986 से कानून के अधिनियम द्वारा श्राइन बोर्ड को इस
तीर्थ स्थान की व्यवस्था और विकास की जिम्मेदारी दी गई। सभी प्रकार की भेंटों और
दान को बोर्ड के पास जमा करवाया जाता है जिसमें से बोर्ड इसे भक्तों और तीर्थ स्थान
के आस पास रहने वाले स्थानीय निवासियों के लिए कई प्रकार के मानवतावादी और विकास
कार्यों पर खर्च करता है।
श्राइन बोर्ड यात्रियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए निरंतर प्रयासरत है
जिसके परिणाम स्वरूप धार्मिक पर्यटन को जबरदस्त बढ़ावा मिला है।
भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम जब तीर्थ स्थल
पर आए थे तो उन्होंने बोर्ड द्वारा उत्कृष्ट यात्रा प्रबन्धों की बड़ी सराहना की थी।
श्राइन बोर्ड द्वारा शुरू की गई बहुत सी महत्वाकांक्षी परियोजनाएं और अन्य जनोपयोगी
कार्य कार्यान्वयन के विभिन्न स्तरों पर हैं। इनमें सरस्वती धाम का परिचालन भी
शामिल है जिससे यात्रियों को रहने के लिए अतिरिक्त निवास स्थान उपलब्ध होगा।
त्रिकुटा भवन , कटरा में 800 बिस्तर की एक शायनशाला है जो माध्यम वर्ग की जरूरतों
को ध्यान में रख कर बनाई गई है। कटरा में 2.4 किलोमीटर सर्कुलर रोड के निर्माण से
बस स्टैंड पर भीड काफी कम हो गई है। यात्रा की सही ढंग से व्यवस्था और निगरानी करने
के लिए एक्स-रे मशीनें और सी0सी0टी0वी0 कैमरे भी लगाए गए हैं।
यात्रा के समन्वयक की भूमिका निभाने के साथ-साथ बोर्ड इस क्षेत्र
में शिक्षा, सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए भी कार्यरत है। अपनी सामाजिक
जिम्मेदारियों को पूरा करते हुए बोर्ड ने सुपर स्पैसियाल्टी कैंसर हासपिटल और
टैक्नीकल यूनीवर्सिटी स्थापित की है। श्राइन बोर्ड ऐ स्पिरिच्युल ग्रौथ सैंटर, श्री
विद्या संस्कृत गुरूकुल केंद्र का निर्माण भी कटरा में करवा रहा है।
कटरा में बंद के दौरान श्राइन बोर्ड कटरा और भवन पर निशुल्क लंगर की व्यवस्था भी
करता है।
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