श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड आधिकारिक वेबसाइट
परिचय
माता का बुलावा
सांझीछत माता वैष्णो देवी के मंदिर से अढाई किलोमीटर पहले छोटा सा प्रसन्नता देने वाला पठार है। क्योंकि यहां पहुंच कर चढ़ाई खत्म हो जाती है और यहां पर सुंदर दृश्य हैं इसलिए श्रद्धालु यात्रियों को यहां रुकने से अत्याधिक आनंद मिलता है। सन् 1986 ई0 में श्राइन बोर्ड द्वारा प्रबंध संभालने से पूर्व यहां की स्थिति बिलकुल अलग थी। यहां छोटे गंदे खोखों और फट्टियों से बनी इमारतों और दुकानों का झुण्ड था। दुकानदार पहाड़ी की एक ओर बची हुई चीजों को फैंक देते थे जिससे गंदगी और बदबू फैलती थी। छबीलों के अतिरिक्त यहा पीने के पानी का कोई प्रबंध नहीं था। यहां यात्रियों के ठहरने के लिए धर्माथ ट्रस्ट द्वारा बनवाई गई धर्मशाला ही थी जिसमें आवास की बहुत ही कमी थी। शौचालय की सुविधाएं तो न के बराबर थी। श्राइन बोर्ड द्वारा मंदिर के प्रबंध को संभालने के बाद से विकास की दृष्टि से सांझीछत ने सम्पूर्णयता परिवर्तन देखा है। सबसे पहले पहाड़ी की ओर की साफ सफाई की मुहीम शुरु की गई। खोखों को हटा का कहीं और शिफ्ट कर दिया गया। प्रमुख चौंतड़े पर सफेद संगमरमर और कोटा पत्थर बिछा दिया गया। फब्बारे का निर्माण करके और फ्लड लाइट्स लगा कर इस जगह को सुंदर बनाया गया। नए शापिंग परिसर और शौचालय ब्लॉक बनाए गए। पीने का पानी उपलब्ध कराने का प्रबंध किया गया। तीर्थ यात्रियों को चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए 24 बिस्तरों वाले हस्पताल को संचालित किया गया। इसी स्थान पर एक हैलीपैड का निर्माण भी किया गया है। इस हैलीपैड से कुछ समय पूर्व कटरा से सांझीछत के बीच हैलीकॉप्टर की सेवा प्रदान करने में विशेष सुविधा प्रदान की है।