भवन पर पहुंचने पर जांच चौकी पर अपनी यात्रा पर्ची
पर दर्शनों के लिए लगने वाली पंक्ति में ग्रुप नंबर(जत्था नंबर) दर्ज
करवा लें।
दर्शनों के लिए तभी आगे बढ़े जब जत्था नंबर पुकारा
जाए और गेट नंबर 1 पर दर्शनों के लिए भीड़ लगाने से बचें। व्यवस्था का
पालन करें और दर्शनों के लिए अपनी बारी का इंतजार करें। पंक्ति में
कूद जाने का प्रयास न करें।
स्नान घाट पर साबुन, शैम्पू और तेल आदि का उपयोग
न करें।
दर्शनों के लिए आगे बढ़ने से पहले तरोताजा हो जाएं
और साफ सुथरे कपड़े पहनें।
पवित्र गुफा में नगदी और चुनिंदा भेंट की वस्तुओं
के इलावा अन्य कुछ भी ले जाने की इजाजत नहीं है।
यात्री अपना अन्य सारा सामान निशुल्क क्लॉक रूम
में रख सकते हैं।
प्रमुख प्रतीक्षा हाल में नारियल जमा करवा कर उसके
बदले टोकन ले लें।
पवित्रतम स्थल में अपना ध्यान माता जी की पवित्र
पिण्डियों पर लगाएं।
पवित्र गुफा में जयकारे आदि लगाना मना है क्योंकि
इस से अन्य यात्रियों का ध्यान भंग हो सकता है।
पवित्र पिण्डियों के सामने धन या ज्यूलरी आदि न
चढ़ाएं, इसके बजाए इसे दानपात्र/ज्यूलरी पात्र में डाल दें।
चन्दा आदि विभिन्न स्थानों पर रखे दानपात्रों में
डालें या कम्प्यूट्रीकृत दान कांऊटरों पर जमा करवा कर उचित रसीद
प्राप्त करें। श्राइन बोर्ड की ओर से किसी भी व्यक्ति को व्यक्तिगत
तौर पर किसी भी प्रकार का दान ग्रहण करने का अधिकार नहीं है।
कन्या पूजन की सख्त मनाही है।
कृपया किसी भी कर्मचारी या व्यक्ति को किसी भी
प्रकार की टिप, बख्शीश, दक्षिणा या अन्य किसी प्रकार का लोभ/उपहार न
दें।
पवित्र गुफा में दर्शन कर लेने के बाद भैरों
मंदिर के दर्शन किए जाते हैं।